पंच कार्ड रीडर" (Punch Card Reader) क्या होता है /

पंच कार्ड रीडर क्या होता है |

"पंच कार्ड रीडर" (Punch Card Reader) एक पुरानी तकनीक है, जो डेटा को पढ़ने और संग्रहीत करने के लिए उपयोग की जाती थी। यह कंप्यूटिंग के शुरुआती दिनों में डेटा इनपुट और स्टोरेज का एक प्रमुख तरीका था।

 1. पंच कार्ड क्या है ?

  • परिभाषा: पंच कार्ड एक मोटे कागज का कार्ड होता है, जिस पर डेटा को छिद्रों (Holes) के रूप में संग्रहीत किया जाता है। 
  •  आकार: आमतौर पर 80 कॉलम और 12 पंक्तियों वाला कार्ड। 


  •  उपयोग: डेटा स्टोरेज, प्रोग्रामिंग और सूचना प्रसंस्करण के लिए। 

 2. पंच कार्ड रीडर क्या है ?

v  परिभाषा: यह एक यांत्रिक या इलेक्ट्रोमैकेनिकल उपकरण है, जो पंच कार्ड पर बने छिद्रों को पढ़कर उन्हें डिजिटल या मशीनपठनीय डेटा में परिवर्तित करता है। 

 कार्यप्रणाली :-

  1. कार्ड को रीडर में डाला जाता है। 

  2. रीडर छिद्रों की स्थिति को स्कैन करता है। 

  3. छिद्रों के पैटर्न को डिजिटल डेटा में बदल दिया जाता है। 

 3. पंच कार्ड रीडर का इतिहास

 शुरुआत: 19वीं सदी में हरमन होलेरिथ (Herman Hollerith) ने पंच कार्ड तकनीक विकसित की। 

 उपयोग :-

  •  1890 में अमेरिकी जनगणना में पहली बार इस्तेमाल किया गया। 
  •  20वीं सदी में कंप्यूटर प्रोग्रामिंग और डेटा प्रोसेसिंग में व्यापक रूप से उपयोग किया गया। 
  •  अंत: 197080 के दशक में मैग्नेटिक टेप और हार्ड डिस्क जैसी नई तकनीकों ने इसे प्रतिस्थापित कर दिया।

 4. पंच कार्ड रीडर के प्रकार  :-

1. यांत्रिक रीडर: छिद्रों को पढ़ने के लिए यांत्रिक उपकरणों का उपयोग करता है। 

2. ऑप्टिकल रीडर: छिद्रों को पढ़ने के लिए प्रकाश और सेंसर का उपयोग करता है। 

3. इलेक्ट्रोमैकेनिकल रीडर: यांत्रिक और इलेक्ट्रिकल दोनों तकनीकों का उपयोग करता है। 

 5. पंच कार्ड रीडर के उपयोग :-

1. जनगणना: डेटा संग्रह और प्रसंस्करण के लिए। 

2. कंप्यूटर प्रोग्रामिंग: प्रारंभिक कंप्यूटरों में प्रोग्राम इनपुट के लिए। 

3. व्यवसाय: लेखांकन और डेटा प्रबंधन के लिए। 

4. शिक्षा: छात्र डेटा और परीक्षा परिणाम प्रसंस्करण के लिए। 

 6. पंच कार्ड रीडर के फायदे और नुकसान :-

 फायदे :-

  •  सरल और विश्वसनीय तकनीक। 
  •  डेटा स्टोरेज का स्थायी तरीका। 

 नुकसान :- 

v  डेटा पढ़ने और लिखने की गति धीमी। 

v  भंडारण क्षमता सीमित (प्रति कार्ड 80100 अक्षर)। 

v  कार्ड को नुकसान पहुँचने का खतरा। 

 7. आधुनिक समय में पंच कार्ड रीडर :- 

v  स्थिति: अब यह तकनीक पुरानी हो चुकी है और इसका उपयोग नहीं किया जाता है। 

v  विरासत: यह आधुनिक कंप्यूटिंग तकनीकों की नींव रही है। 

v  संग्रहालय: कुछ संग्रहालयों में पंच कार्ड रीडर को प्रदर्शित किया गया है। 

  8. रोचक तथ्य (Interesting Facts) :- 

  • हला कंप्यूटर प्रोग्राम (1940 के दशक में) पंच कार्ड पर लिखा गया था। 
  •  IBM ने पंच कार्ड तकनीक को लोकप्रिय बनाया। 
  •  एक पंच कार्ड में एक छोटी सी गलती पूरे प्रोग्राम को खराब कर सकती थी। 

 

 

 

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