Computer नेटवर्क (Network) सिस्टम क्या होता है ?

COMPUTER नेटवर्क क्या है |

 नेटवर्क (Network) एक सिस्टम है जिसमें विभिन्न डिवाइस और कंप्यूटर आपस में जुड़े होते हैं ताकि वे एक-दूसरे के साथ डेटा, संसाधन और जानकारी साझा कर सकें। नेटवर्क कई प्रकार के हो सकते हैं, और उनके उपयोग और प्रकार के आधार पर उनकी संरचना भिन्न हो सकती है। 

 नेटवर्क के प्रकार :-

  1. LAN (Local Area Network) :-
    • यह एक छोटे भौगोलिक क्षेत्र में उपयोग किया जाने वाला नेटवर्क है, जैसे ऑफिस, स्कूल या घर।
    • अधिकतर वायर या वाई-फाई के माध्यम से कनेक्शन होता है।
    • उदाहरण: आपके ऑफिस या घर का वाई-फाई नेटवर्क।
  2. WAN (Wide Area Network) :-
    • यह एक बड़े भौगोलिक क्षेत्र में फैला नेटवर्क है, जैसे देश या दुनिया भर में।
    • इंटरनेट सबसे बड़ा WAN है।
  3. MAN (Metropolitan Area Network) :-
    • यह एक बड़े शहर या मेट्रोपोलिटन एरिया के लिए बनाया गया नेटवर्क है।
    • यह LAN और WAN के बीच की श्रेणी में आता है।
  4. PAN (Personal Area Network) :-
    • यह एक व्यक्ति के व्यक्तिगत डिवाइस (जैसे स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट) को जोड़ने वाला नेटवर्क है।
    • ब्लूटूथ नेटवर्क एक सामान्य उदाहरण है।
  5. CAN (Campus Area Network) :-
    • यह एक कैंपस या विश्वविद्यालय में उपयोग किया जाने वाला नेटवर्क है, जो LAN से बड़ा होता है।

नेटवर्क के घटक (Components of Network) :-

  1. सर्वर (Server) :-
    • यह नेटवर्क का केंद्रीय डिवाइस होता है, जो डेटा स्टोर करता है और क्लाइंट्स को सेवाएं प्रदान करता है।
  2. क्लाइंट (Client) :-
    • ये वे डिवाइस हैं जो सर्वर से डेटा या सेवाएं मांगते हैं, जैसे कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल।
  3. राउटर (Router) :-
    • यह विभिन्न नेटवर्क के बीच डेटा को रूट करता है और इंटरनेट कनेक्शन प्रदान करता है।
  4. स्विच (Switch) :-
    • यह डेटा को सही डिवाइस तक पहुंचाने में मदद करता है।
  5. मॉडेम (Modem) :-
    • यह इंटरनेट सेवा प्रदाता (ISP) के साथ कनेक्शन स्थापित करता है और डिजिटल सिग्नल को ट्रांसलेट करता है।
  6. हब (Hub) :-
    • यह एक साधारण डिवाइस है जो सभी डिवाइस को आपस में जोड़ता है, लेकिन यह डेटा को सही तरीके से फिल्टर नहीं करता।

नेटवर्क की टोपोलॉजी (Network Topology) :-

  • Ø यह नेटवर्क में डिवाइस को जोड़ने की संरचना या डिज़ाइन को दर्शाता है। मुख्य टोपोलॉजी प्रकार निम्नलिखित हैं :-

  1. बस टोपोलॉजी (Bus Topology) :-
    • सभी डिवाइस एक ही केबल से जुड़े होते हैं।
    • अगर केबल खराब हो जाए, तो पूरा नेटवर्क ठप हो जाता है।
  2. स्टार टोपोलॉजी (Star Topology) :-
    • सभी डिवाइस एक केंद्रीय डिवाइस (स्विच या हब) से जुड़े होते हैं।
    • यदि केंद्रीय डिवाइस बंद हो जाए, तो नेटवर्क बंद हो जाता है।
  3. रिंग टोपोलॉजी (Ring Topology) :-
    • डिवाइस एक सर्कल में जुड़े होते हैं।
    • डेटा एक दिशा में घूमता है।
  4. मेश टोपोलॉजी (Mesh Topology) :-
    • हर डिवाइस हर दूसरे डिवाइस से जुड़ा होता है।
    • यह बहुत सुरक्षित है, लेकिन महंगा भी है।
  5. हाइब्रिड टोपोलॉजी (Hybrid Topology) :-
    • विभिन्न प्रकार की टोपोलॉजी का संयोजन है।

नेटवर्क प्रोटोकॉल (Network Protocols) :-

  • Ø प्रोटोकॉल वे नियम होते हैं जो नेटवर्क में डेटा ट्रांसमिशन के लिए उपयोग किए जाते हैं। कुछ मुख्य प्रोटोकॉल निम्नलिखित हैं :-

  1. TCP/IP (Transmission Control Protocol/Internet Protocol) :-
    • इंटरनेट और अधिकांश नेटवर्क में उपयोग किया जाता है।
  2. HTTP (Hypertext Transfer Protocol) :-
    • वेब पेज एक्सेस करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  3. FTP (File Transfer Protocol) :-
    • फाइल ट्रांसफर के लिए उपयोग किया जाता है।
  4. DNS (Domain Name System) :-
    • यह डोमेन नाम को IP एड्रेस में परिवर्तित करता है।
  5. DHCP (Dynamic Host Configuration Protocol) :-
    • यह नेटवर्क डिवाइस को ऑटोमेटिक IP एड्रेस प्रदान करता है।
  6. SMTP (Simple Mail Transfer Protocol) :-
    • ईमेल भेजने के लिए उपयोग किया जाता है।

नेटवर्क सुरक्षा (Network Security) :-

  • Ø नेटवर्क को अनाधिकृत पहुंच से बचाने के लिए सुरक्षा उपायों की आवश्यकता होती है :-

  1. फ़ायरवॉल (Firewall) :-
    • अनधिकृत एक्सेस को रोकने के लिए एक बाधा के रूप में कार्य करता है।
  2. एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर :-
    • वायरस और मैलवेयर से बचाने में मदद करता है।
  3. वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) :-
    • यह सुरक्षित तरीके से डेटा ट्रांसफर के लिए एक एन्क्रिप्टेड कनेक्शन प्रदान करता है।
  4. एनक्रिप्शन (Encryption) :-
    • डेटा को इस तरह से कोडित करना कि केवल अधिकृत व्यक्ति ही इसे डिक्रिप्ट कर सके।

नेटवर्क के फायदे :-

  1. डेटा और संसाधन साझा करना आसान।
  2. तेज़ और सुरक्षित कम्युनिकेशन।
  3. केंद्रीयकृत डेटा स्टोरेज।
  4. इंटरनेट और क्लाउड सेवाओं तक पहुंच।

नेटवर्क के नुकसान :-

  1. वायरस और हैकिंग के खतरे।
  2. नेटवर्क डाउन होने पर काम प्रभावित हो सकता है।
  3. महंगी उपकरण और रखरखाव।

 

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