मैग्नेटिक टेप (चुंबकीय टेप) एक नॉनवोलेटाइल, सीक्वेंशियल एक्सेस स्टोरेज माध्यम है, जिसका उपयोग डेटा को लंबे समय तक संग्रहित (आर्काइव) करने के लिए किया जाता है। यह एक पुरानी तकनीक है, लेकिन आज भी बड़े डेटा बैकअप और आर्काइविंग के लिए प्रासंगिक है।
1. मैग्नेटिक टेप का इतिहास :-
- 1951 में पहली बार UNIVAC I कंप्यूटर में मैग्नेटिक टेप का उपयोग किया गया।
- 196080 के दशक में यह मुख्य डेटा स्टोरेज माध्यम था।
- आज भी Google, Amazon, NASA जैसे संगठन बड़े डेटा बैकअप के लिए इसका उपयोग करते हैं।
2. मैग्नेटिक
टेप की संरचना :-
- प्लास्टिक की पट्टी (Tape Ribbon): पॉलिएस्टर या पीवीसी से बनी होती है, जिस पर मैग्नेटिक कोटिंग (आयरन ऑक्साइड या बेरियम फेराइट) लगी होती है।
- रील (Reel): टेप को स्टोर करने के लिए एक रील में लपेटा जाता है।
- कैसे डेटा स्टोर होता है?
- डेटा को बाइनरी फॉर्म (0 और 1) में चुंबकीय क्षेत्रों (NorthSouth Pole) के रूप में स्टोर किया जाता है।
- टेप हेड चुंबकीय कणों को पढ़ता/लिखता है।
3. मैग्नेटिक
टेप के प्रकार :-
(A) आकार के
आधार पर :-
1. ओपन रील टेप (Open
Reel Tape): पुराने मेनफ्रेम
कंप्यूटरों में उपयोग होता था।
2. कैसेट टेप (Cassette
Tape): ऑडियो और छोटे डेटा
स्टोरेज के लिए (जैसे 198090 के कंप्यूटर)।
3. कार्ट्रिज टेप (Cartridge
Tape): आधुनिक बैकअप सिस्टम में
उपयोग होता है (जैसे LTO, DLT, DAT)।
(B) तकनीक के
आधार पर :-
1. LTO (Linear Tape Open): आज सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला फॉर्मेट (LTO9 तक उपलब्ध, 45 TB तक क्षमता)
2. DLT (Digital Linear
Tape): सर्वर बैकअप के लिए।
3. DAT (Digital Audio
Tape): ऑडियो और डेटा दोनों के
लिए।
4. मैग्नेटिक
टेप के उपयोग :-
1. बड़े डेटा का बैकअप (कॉर्पोरेट, बैंक, हॉस्पिटल)।
2. लॉन्गटर्म आर्काइविंग (वैज्ञानिक डेटा, मूवी स्टोरेज, सैटेलाइट डेटा)।
3. डिजास्टर रिकवरी (कम लागत में बड़ा डेटा सुरक्षित
रखना)।
4. पुराने सिस्टम में (जैसे लेगेसी मेनफ्रेम
कंप्यूटर)।
5. मैग्नेटिक
टेप के फायदे :-
- कम लागत: HDD/SSD की तुलना में प्रति GB स्टोरेज सस्ता।
- लंबी उम्र: 30+ साल तक डेटा सुरक्षित रह सकता है।
- उच्च क्षमता: एक LTO9 टेप 45 TB तक डेटा होल्ड कर सकता है (कंप्रेस्ड)।
- ऊर्जा कुशल: बिजली की जरूरत केवल पढ़ने/लिखने के समय होती है।
- रक्षित: ऑफलाइन स्टोरेज होने से हैकिंग/रैंसमवेयर से सुरक्षित।
6. मैग्नेटिक
टेप की सीमाएँ :-
- धीमी एक्सेस: सीक्वेंशियल एक्सेस (रैंडम एक्सेस नहीं)।
- भौतिक क्षति: नमी, चुंबकीय क्षेत्र, धूल से नुकसान हो सकता है।
- डिवाइस की आवश्यकता: टेप ड्राइव के बिना डेटा नहीं पढ़ा जा सकता।
- लिखने/मिटाने की सीमा: लगभग 1001000 बार ही रीयूज हो सकता है।
7. मैग्नेटिक
टेप vs. हार्ड डिस्क vs. SSD :-
|
1. पैरामीटर |
मैग्नेटिक टेप |
हार्ड डिस्क (HDD) |
|
|
2. एक्सेस टाइम |
धीमा (सीक्वेंशियल) |
मध्यम (रैंडम) |
तेज़ (रैंडम) |
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3. लागत (प्रति GB) |
सबसे सस्ता |
मध्यम |
सबसे महँगा |
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4. उम्र |
30+ साल |
510 साल |
510 साल |
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5. उपयोग |
बैकअप/आर्काइव |
सामान्य स्टोरेज स्टोरेज |
हाईस्पीड
|
8. भविष्य में मैग्नेटिक टेप :-
- क्षमता बढ़ाने की कोशिश: IBM और Sony जैसी कंपनियाँ अधिक डेटा घनत्व वाले टेप विकसित कर रही हैं।
- क्वांटम कंप्यूटिंग में उपयोग: लंबे समय तक डेटा स्टोर करने के लिए।
- हाइब्रिड स्टोरेज: क्लाउड + टेप का संयोजन (जैसे AWS Glacier में)।
महत्वपूर्ण बिंदु :-
मैग्नेटिक टेप एक पुरानी तकनीक है, लेकिन कम लागत, लंबी उम्र और विशाल स्टोरेज क्षमता के कारण आज
भी बड़े संगठनों द्वारा उपयोग की जाती है। हालांकि, रोजमर्रा के उपयोग के लिए यह उपयुक्त नहीं है, क्योंकि इसमें डेटा एक्सेस धीमा होता है।

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